हम क्या कहें अहबाब क्या कार-ए-नुमायाँ कर गए, बी-ए हुए नौकर हुए पेंशन मिली फिर मर गए !! - अकबर इलाहाबादी *अहबाब- दोस्त *कार-ए-नुमायाँ- उपलब्धि
हम क्या कहें अहबाब क्या कार-ए-नुमायाँ कर गए, बी-ए हुए नौकर हुए पेंशन मिली फिर मर गए !! - अकबर इलाहाबादी *अहबाब- दोस्त *कार-ए-नुमायाँ- उपलब्धि