मुसलमान पब्लिक प्लेस में किनारे जाकर खामोशी से दो रकात नमाज अदा कर लेते हैं जिससे किसी को कोई तकलीफ और दिक्कत नहीं होती है तो इनका धर्म खतरे में पड़ ज
मुसलमान पब्लिक प्लेस में किनारे जाकर खामोशी से दो रकात नमाज अदा कर लेते हैं जिससे किसी को कोई तकलीफ और दिक्कत नहीं होती है तो इनका धर्म खतरे में पड़ ज