फरियाद नहीं करती मेरी ख्वाहिश मेरी बुनियाद का जर्रा जर्रा मेरी मां की मन्नत है एक नूर मुझ में जिसकी रोशनी कभी फीकी नहीं पड़ती यह इत्तेफाक तो नहीं.
फरियाद नहीं करती मेरी ख्वाहिश मेरी बुनियाद का जर्रा जर्रा मेरी मां की मन्नत है एक नूर मुझ में जिसकी रोशनी कभी फीकी नहीं पड़ती यह इत्तेफाक तो नहीं.