आज बताओ तफ़्सील से मुझको कितने अपने नैन गवाए देख के अपनी आँखों से भी मेरा जख्म छुपाए सुन लो दुनिया के राख्वालो मुझको भी कुछ कहना है याद है
आज बताओ तफ़्सील से मुझको कितने अपने नैन गवाए देख के अपनी आँखों से भी मेरा जख्म छुपाए सुन लो दुनिया के राख्वालो मुझको भी कुछ कहना है याद है