जिनकी पनाहों में रहकर ये उँगली उठा रहे हो,याद रखना उनको दायरे सिमट जाएँगे जब ख़िलाफ़त हमारी होगी।
जिनकी पनाहों में रहकर ये उँगली उठा रहे हो,याद रखना उनको दायरे सिमट जाएँगे जब ख़िलाफ़त हमारी होगी।