ज़िंदा रहना है तो हालात से डरना कैसा जंग लाज़िम हो तो लश्कर नहीं देखे जाते -मेराज फ़ैज़ाबादी
ज़िंदा रहना है तो हालात से डरना कैसा जंग लाज़िम हो तो लश्कर नहीं देखे जाते -मेराज फ़ैज़ाबादी