एक बार एक बाज बहुत विषैले सर्प को मुंह में लेकर उड़ा जा रहा था। सर्प ख़ुद को बचाने के लिए विष की पिचकारी छोड़ता है। विष हवा में उड़ कर निचे आने लगा। न
एक बार एक बाज बहुत विषैले सर्प को मुंह में लेकर उड़ा जा रहा था। सर्प ख़ुद को बचाने के लिए विष की पिचकारी छोड़ता है। विष हवा में उड़ कर निचे आने लगा। न