तुम्हारी परछाई मेरे ज़िन्दगी का वो अहम हिस्सा हैं जिसकी छाँव में मेरे सपने ठंडी साँस लेती हैं और मैं बैठी बैठी उसके सहारे बुनती हूँ अपने भविष्य के
तुम्हारी परछाई मेरे ज़िन्दगी का वो अहम हिस्सा हैं जिसकी छाँव में मेरे सपने ठंडी साँस लेती हैं और मैं बैठी बैठी उसके सहारे बुनती हूँ अपने भविष्य के