अकेलेपन से बढ़कर आनन्द नहीं, आराम नहीं। स्वर्ग है वह एकान्त, जहाँ शोर नहीं, धूमधाम नहीं।
अकेलेपन से बढ़कर आनन्द नहीं, आराम नहीं। स्वर्ग है वह एकान्त, जहाँ शोर नहीं, धूमधाम नहीं।