समाज दोगला है वो चाहता है कि दूसरे की स्त्री आगे बढ़े पर उसके घर में रहती स्त्री मर्यादा में रहे। •स्वाति यादव
समाज दोगला है वो चाहता है कि दूसरे की स्त्री आगे बढ़े पर उसके घर में रहती स्त्री मर्यादा में रहे। •स्वाति यादव