रोग निवारण मंत्र प्रत्येक मंत्र को १०८ बार पास में कांसे के बर्तन में जल रख के जाप करे, जप के पश्चात् जल को स्वयं या रोगी को पिलाए 1. हृदय-विका
रोग निवारण मंत्र प्रत्येक मंत्र को १०८ बार पास में कांसे के बर्तन में जल रख के जाप करे, जप के पश्चात् जल को स्वयं या रोगी को पिलाए 1. हृदय-विका