शुम्भ-निशुम्भ के उपद्रवों से व्यथित देवों ने हिमालय पर जाकर देवीसूक्त द्वारा देवी को प्रसन्न किया। गौरी देह से 'कौशिकी' का प्राकट्य हुआ, किन्तु 'कौशिक
शुम्भ-निशुम्भ के उपद्रवों से व्यथित देवों ने हिमालय पर जाकर देवीसूक्त द्वारा देवी को प्रसन्न किया। गौरी देह से 'कौशिकी' का प्राकट्य हुआ, किन्तु 'कौशिक