एक दिन आश्रम का एक मटका हंस रहा था। जोर जोर से हंस रहा था। पूछा कि क्यों हंसते हो? तो बोला कि जब मैं सख्त भूमि की मिट्टी था,
एक दिन आश्रम का एक मटका हंस रहा था। जोर जोर से हंस रहा था। पूछा कि क्यों हंसते हो? तो बोला कि जब मैं सख्त भूमि की मिट्टी था,