शास्त्रोक्त नित्यकर्म 1. शुद्धि के बिना मन्त्रोच्चारण फलदायक नहीं होता कुल्ला, मन्जन/दातुन आदि से भली प्रकार मुखशुद्धि की जानी चाहिए। किन्तु कुल्ल
शास्त्रोक्त नित्यकर्म 1. शुद्धि के बिना मन्त्रोच्चारण फलदायक नहीं होता कुल्ला, मन्जन/दातुन आदि से भली प्रकार मुखशुद्धि की जानी चाहिए। किन्तु कुल्ल